भोपाल के एक निजी कॉलेज में छात्राओं के साथ हुए रेप, ब्लैकमेलिंग और लव जिहाद के मामले में पुलिस की जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आरोपियों ने एक छात्रा का अबॉर्शन भी कराया था लेकिन गर्भपात कराने वालों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
वहीं, पुलिस इस गिरोह को फंडिंग करने वालों का भी अब तक कोई सुराग नहीं लगा पाई है। गैंग के पास महंगी कारें, लग्जरी गैजेट्स थे। हाईप्रोफाइल लाइफस्टाइल था। यह सब उन्हें कहां से और कैसे मिलता था, इसका जवाब अब तक नहीं मिल सका है।
पुलिस को यह भी नहीं पता कि इस संगठित गिरोह में कुल कितने लोग शामिल थे? अभी तक गिरफ्तार किए गए पांच आरोपी- फरहान खान, सैयद अली, साहिल, नबील और साद को भोपाल सेंट्रल जेल के हाई सिक्योरिटी सेल में रखा गया है। सभी को ब खंड की अलग-अलग बैरकों में बंद किया गया है। आरोपियों को एक-दूसरे से मिलने या बातचीत तक की अनुमति नहीं है।
गुमसुम हैं फरहान और अली, नशे की मांग नहीं की जेल प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर हर आरोपी की निगरानी के लिए चार-चार कैदियों को नियुक्त किया है, जो उनकी हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। आरोपियों की हर छोटी-बड़ी हरकत की रिपोर्ट जेल प्रशासन को रोजाना दी जा रही है।
फरहान और अली जेल में शांत हैं। वे न तो किसी कैदी से बात करते हैं और न ही किसी विशेष सुविधा की मांग कर रहे हैं। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि कॉलेज पार्टियों के दौरान कभी-कभी गांजे का सेवन किया करते थे। जेल प्रशासन ने दोनों को उन कैदियों के बीच रखा है, जो जेल में गुप्त सूचनाएं देने के लिए विश्वसनीय माने जाते हैं।
क्लब-90 बना था गैंग का अड्डा, अवैध हिस्सा तोड़ा जांच में सामने आया है कि क्लब-90 रेस्टोरेंट ही आरोपियों का स्थायी अड्डा था। यहां छात्राओं को बुलाकर केबिन और प्राइवेट रूम्स में उनसे गलत काम कराए जाते थे। राज्य महिला आयोग ने पुलिस से पूछा है कि जब यह बात सामने आ गई थी, तो अब तक रेस्टोरेंट संचालक पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? 5 मई को प्रशासन ने क्लब-90 के अवैध हिस्से को तोड़ दिया है।
फरहान के लिए लड़कियां पहुंचाता था साद गिरफ्तार आरोपी साद उर्फ शम्सुद्दीन फरहान के लिए लड़कियों को क्लब और अन्य ठिकानों तक पहुंचाने और वापस छोड़ने का काम करता था। साद पेशे से मैकेनिक है और ऐशबाग इलाके का रहने वाला है। फरहान से उसकी दोस्ती सेकेंड हैंड गाड़ियों के धंधे के दौरान हुई थी।
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि फरहान ने साद की मदद से कई बार छात्राओं को अनजान युवकों के पास भी भिजवाया। पुलिस अब इस आधार पर आरोपियों की संख्या और बढ़ा सकती है।
पहले मोबाइल जब्त हुआ, फिर FIR दर्ज की गई फरहान पहले इंदौर की एक पीड़िता के घर जाकर हंगामा कर चुका था। इसके बाद पीड़िता ने अपने दोस्त को इस बारे में बताया। दोस्त ने पुलिस को सबूत दिए, जिनमें वीडियो, फोटो और चैटिंग शामिल थीं। इसके आधार पर पुलिस ने पहले धारा 151 में फरहान को गिरफ्तार किया और बाद में पीड़िताओं के बयान लेकर FIR दर्ज की। फिर रिमांड लेकर दोबारा पूछताछ शुरू हुई।