नई दिल्ली: घरेलू शेयर बाजार हफ्ते के पहले दिन सोमवार को सपाट बंद हुआ। मंगलवार को बैंक ऑफ इंडिया, एचएफसीएल लिमिटेड, गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया लिमिटेड, एनएमडीसी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और केपी ग्रुप के शेयरों में तेजी आ सकती है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा सितंबर तिमाही में 63 प्रतिशत बढ़कर 2,374 करोड़ रुपये पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 1,458 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। उसकी कुल आमदनी सितंबर तिमाही में बढ़कर 19,872 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 16,659 करोड़ रुपये थी।टेलिकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनी एचएफसीएल लिमिटेड को अपने गठजोड़ भागीदारों के साथ उत्तर प्रदेश पूर्व, उत्तर प्रदेश पश्चिम और पंजाब सर्किलों के लिए भारतनेट के तीसरे चरण के तहत 13,000 करोड़ रुपये की ऑप्टिकल फाइबर आधारित ब्रॉडबैंड नेटवर्क परियोजनाओं के लिए सबसे निचली बोली लगाने वाली कंपनी घोषित किया गया है। सिगरेट बनाने वाली कंपनी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 23 प्रतिशत बढ़कर 248.31 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 202.06 करोड़ रुपये रहा था।
हिंडाल्को का रिजल्ट
सार्वजनिक क्षेत्र की खनन कंपनी एनएमडीसी का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 16.66% बढ़कर 1,195.63 करोड़ रुपये रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,024.86 करोड़ रुपये रहा था। आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी हिंडाल्को इंडस्ट्रीज का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 78% बढ़कर 3,909 करोड़ रुपये रहा है। केपी ग्रुप समूह ने आलोक दास को तत्काल प्रभाव से अपना ग्रुप सीईओ नियुक्त किया है। केपीआई ग्रीन एनर्जी ने शेयर बाजार को भेजी सूचना में कहा कि दास के पास नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र का 30 से अधिक साल का अनुभव है।
किन शेयरों में रहेगा उतार-चढ़ाव
मोमेंटम इंडिकेटर MACD के मुताबिक मंगलवार को आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एपीएल अपोलो ट्यूब्स और प्राइम सिक्योरिटीज के शेयरों में तेजी रह सकती है। दूसरी ओर पॉली मेडिक्योर, केयर रेटिंग्स, Akzo Nobel India, गोपाल स्नैक्स, जेन टेक्नोलॉजीज और बॉम्बे बुमराह ट्रेडिंग कॉरपोरेशन के शेयरों में गिरावट की आशंका है।
शेयर मार्केट का हाल
प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को अत्यधिक उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सपाट बंद हुए। इस दौरान एफआईआई की बिकवाली जारी रहने, कंपनियों के निराशाजनक तिमाही नतीजों और कमजोर एशियाई बाजारों ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। सेंसेक्स 9.83 अंक या 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 79,496.15 अंक पर बंद हुआ। दिन के कारोबार में इसने 80,102.14 अंक के ऊपरी और 79,001.34 अंक के निचले स्तर को छुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 6.90 अंक या 0.03 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 24,141.30 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में सबसे अधिक आठ प्रतिशत की गिरावट एशियन पेंट्स में हुई। इसके अलावा टाटा स्टील, बजाज फाइनेंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील, एनटीपीसी, अडानी पोर्ट्स, बजाज फिनसर्व और लार्सन एंड टुब्रो के शेयर भी नुकसान में बंद हुए। दूसरी ओर पावर ग्रिड, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 3,404.04 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
क्या कहते हैं जानकार
जानकारों का कहना है कि भारतीय बाजार दबाव में हैं, जिसका मुख्य कारण विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली है। बाजार की मौजूदा चाल पर एफआईआई की गतिविधियां हावी हैं। इसे कमजोर नतीजों और अमेरिका में सत्ता में आने वाली डोनाल्ड ट्रंप सरकार की संभावित नीतियों से भी समर्थन मिल रहा है। निवेशकों को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई के आंकड़ों का इंतजार है। ऐसा लग रहा है कि खाद्य कीमतें मासिक आधार पर अधिक रहेंगी। ऐसे में आरबीआई को अल्पावधि में ब्याज दरों में यथास्थिति बनाए रखने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।