वॉशिंगटन: भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स का आज 59वां जन्मदिन है। सुनीता 19 सितंबर, 1965 को अमेरिका के ओहियो पैदा हुई थीं। उनका सफर एनापोलिस, मैरीलैंड में अमेरिकी नौसेना अकादमी से शुरू हुआ, जहां उन्होंने 1983 में दाखिला लिया। साल 1987 में विलियम्स ने कठोर लड़ाकू हेलीकॉप्टर की ट्रेनिंग ली और वह फारस की खाड़ी युद्ध के दौरान उड़ान मिशन, इराक के कुर्द क्षेत्रों पर नो-फ्लाई जोन स्थापित करना और मियामी में तूफान एंड्रयू राहत प्रयासों में काम कर चुकी हैं। खुद को हनुमान भक्त कहने वालीं सुनीता की पहचान आज एक प्रतिष्ठित अंतरिक्ष यात्री की है।
सुनीता विलिय्मस ने 1993 मे नौसैनिक परीक्षण पायलट की भूमिका संभाली, जहां उन्होंने 30 तरह के विमान उड़ाए और 2,770 से अधिक उड़ान घंटे दर्ज किए। फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग प्रबंधन में मास्टर डिग्री के बाद 1998 में जब वह नासा के अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम में शामिल हुईं। इसके बाद रूसी संघीय अंतरिक्ष एजेंसी (रोस्कोस्मोस) के साथ मॉस्को में ट्रेनिंग ने स्पेस रिसर्च में उनके सुनहरे भविष्य के लिए मंच तैयार कर दिया।
विलियम्स की ऐतिहासि उपलब्धियां
विलियम्स की अंतरिक्ष में ऐतिहासिक यात्रा 9 दिसंबर 2006 को अंतरिक्ष शटल डिस्कवरी पर सवार होकर एसटीएस-116 मिशन के साथ शुरू हुई। अभियान 14 और 15 के लिए एक फ्लाइट इंजीनियर के रूप में उन्होंने कई रेकॉर्ड बनाए। 5 जुलाई 2012 को, विलियम्स ने सोयुज टीएमए-05एम के साथ अपने दूसरे अंतरिक्ष मिशन की शुरुआत की। एक्सपेडिशन 32 के लिए फ्लाइट इंजीनियर के रूप में और बाद में एक्सपेडिशन 33 के कमांडर के रूप में सेवा की।
साल 2015 में, सुनीता विलियम्स को नासा के वाणिज्यिक क्रू कार्यक्रम के लिए अंतरिक्ष यात्रियों में से एक के रूप में चुना गया। इस प्रोग्राम का उद्देश्य आईएसएस मिशनों के लिए निजी अंतरिक्ष यान को आगे बढ़ाना था। सुनीता ने इसी साल, 2024 में बोइंग के सीएसटी-100 स्टारलाइनर की पहली चालक दल परीक्षण उड़ान का संचालन किया।
बोइंग का स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान 5 जून को सुनीता और उनके अनुभवी अंतरिक्ष साथी को लेकर रवाना हुआ था। बोइंग के स्टारलाइनर को तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ा, जिससे मिशन को आगे बढ़ाना पड़ा। 6 सितंबर को नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंतरिक्ष यान को उसके चालक दल के बिना वापस लाने का फैसला किया। सुनीता विलियम्स को फरवरी 2025 में स्पेसएक्स द्वारा बचाए जाने की उम्मीद है। फिलहाल वह अपने साथी अंतरिक्ष यात्री के साथ स्पेस में हैं।