700 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ था
राजपूताना बायोडीजल के आईपीओ को निवेशकों ने हाथोंहाथ लिया था। कंपनी ने प्राथमिक बाजार से सिर्फ 25 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था जबकि इसे निवेशकों ने 700 गुना ज्यादा मतलब कि 17500 करोड़ रुपये दे दिया।
कहां होगा पैसों का उपयोग
इस इश्यू से जुटाई जा रही धनराशि का उपयोग कंपनी अपनी सहायक कंपनी को लोन देकर मौजूदा मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी के विस्तार करना चाहती है। इसके अलावा कंपनी अपनी कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी आईपीओ से मिले पैसों का उपयोग करेगी। कुछ अन्य सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए भी पैसों का उपयोग होगा।
क्या बनाती है कंपनी
राजपूताना बायोडीजल लिमिटेड बायो फ्यूल और उनके बाय प्रोडक्ट्स, जैसे ग्लिसरीन और फैटी एसिड आदि बनाती है। कंपनी की स्वीकृत प्रोडक्शन कैपेसिटी 30 किलोलीटर प्रति दिन (kl/pd) है। इसकी इंस्टाल्ड प्रोडक्शन कैपेसिटी 24 किलोलीटर प्रति दिन (kl/pd) है। मतलब कि इसकी प्रोडक्शन कैपिसिटी का ऑप्टिमम यूज किया जा रहा है। इसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में बायो-डीजल, क्रूड ग्लिसरीन, कास्टिक पोटाश फ्लेक्स, प्रयुक्त खाना पकाने का तेल, एस्ट्रिड फैटी एसिड, मेथनॉल, साइट्रिक एसिड, रिफाइंड राइस ऑयल, क्रूड सनफ्लावर ऑयल, सोडियम मेथाक्साइड, आरबीडी पाम स्टेरिन आदि शामिल है।